दो सिक्कों के लिए उसको गिरवीं रखते देखा है। दो सिक्कों के लिए उसको गिरवीं रखते देखा है।
मेरे खवाबों के इस खवाब को हक़ीक़त बना दे ऐ मौला। दो दिलों की इस अधूरी दास्तां को मेर मेरे खवाबों के इस खवाब को हक़ीक़त बना दे ऐ मौला। दो दिलों की इस अधूरी दास्त...
देशहित में कल ये कदम अवश्य उठाना है, घर में ही रहना है, कहीं बाहर नहीं जाना है । देशहित में कल ये कदम अवश्य उठाना है, घर में ही रहना है, कहीं बाहर नहीं जाना ह...
चाय के इश्क़ को अंजाम दे बैठते हैं, चाय के इश्क़ को अंजाम दे बैठते हैं,
खाली बटुआ, परेशान मन मायूस चेहरा, मुर्झाया सा तन, जबसे मिली , मुझे शांत चित्त की न खाली बटुआ, परेशान मन मायूस चेहरा, मुर्झाया सा तन, जबसे मिली , मुझ...
जीवन मेरा पति के बटुए जैसा खोने का डर बना ही रहता। जीवन मेरा पति के बटुए जैसा खोने का डर बना ही रहता।